फतेहपुर। युग दधीचि देहदान संस्थान सेवाभाव से मेडिकल कॉलेजों के छात्रों को देहदान के जरिए देह उपलब्ध कराने का काम करता है। देहदान के जरिए अंगों की समस्याओ से जूझ रहे लोगों को राहत मिल सकेगी। साथ ही चिकित्सा की पढ़ाई करने वाले छात्रों को शोध में अहम सहायता मिलेगी। दधीचि देहदान संस्थान समाज हित में अब तक विभिन्न मेडिकल कॉलेजों 253 मानव शरीर उपलब्ध करवा चुका है। अब जनपद को इस अभियान के से जोड़ने जा रहा है। जनपद में अभियान के प्रमुख भूतपूर्व सैनिक उत्थान संस्थान के अध्यक्ष विद्या भूषण तिवारी होंगे। उक्त बातें युग दधीचि संस्थान के संस्थापक मनोज सेंगर ने कहीं।
शुक्रवार को तांबेश्वर नगर स्थित प्रजापिता ईश्वरी विश्वविद्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए संस्थान के संस्थापक मनोज सेंगर ने बताया कि देहदान बेहद पुण्य का काम है इसके जरिए मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों को शोध के लिए शरीर उपलब्ध होता है। एक शरीर के अंगदान सात लोगों की जिंदगियां रोशन होती है। उन्होंने बताया कि अब तक प्रदेश के 12 मेडिकल कॉलेजों को वह देह उपलब्ध करवाते रहे हैं। देहदान करने वाले परिवारों की इच्छा पर सभी धार्मिक कर्मकांड करने के बाद ही शव को सम्मान के साथ मेडिकल कॉलेजों को सुपुर्द किया जाता है। संस्थान द्वारा वर्ष में एक बार सभी देहदान करने वाले व्यक्तियों के लिए तर्पण कराया जाता है। बताया कि देहदान करने वाले व्यक्तियों के लिये सभी अनुष्ठान उनके द्वारा कराए जाते हैं। संस्थान ने अब तक 253 शरीर को विभिन्न मेडिकल कॉलेजों को देहदान के जरिए उपलब्ध कराया है। साथ ही 3250 लोगों को देहदान के लिए संकल्प करवाया है। बताया कि जनपद में मेडिकल कालेज स्थापित होने के बाद संस्था यहाँ भी छात्रों के शोध के लिये देहदान के जरिए शरीर उपलब्ध कराने का कार्य करेगीं। जनपद में विद्या भूषण तिवारी इस अभियान के प्रमुख होंगे। उन्होंने कहा कि देहदान करने वालों के परिजनों को अनेक तरह की सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी जिससे समाज में देहदान के लिए लोगों को जागरूक किया जा सके। इस मौके पर संस्था की सह संयोजिका माधवी सेंगर, जागृति तिवारी आदि रहे।