Sunday , December 22 2024

बाहर से भारत आने वाले दो फीसदी विदेशी लोगों का होगा covid-19 टेस्ट

नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार (22 दिसंबर) को सिविल एविएशन मंत्रालय (Civil Aviation) से देश में अंतरराष्टीय उड़ानों में आने वाले यात्रियों की रैंडम टेस्टिंग (Random Testing) को कहा है।

देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) के नए संस्करण के प्रवेश के खतरे को कम करने के लिए 24 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों (International Flight) में आने वाले यात्रियों में से दो प्रतिशत का रैंडम कोविड टेस्ट (Random Covid Test) करने को कहा गया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने अपने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के राजीव बंसल को पत्र लिखा कि रैंडम टेस्टिंग बाद अगर कोई कोविड-पॉजिटिव पाया जाता है तो सैंपल को जीनोमिक टेस्टिंग के लिए भेजा जाना चाहिए।

Airport पर Testing पॉजिटिव पाए जाने वाले सैंपल जीनोमिक टेस्टिंग के लिए भेजे जाएं
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने अपने नागरिक उड्डयन मंत्रालय के समकक्ष राजीव बंसल को लिखे पत्र में यादृच्छिक परीक्षण के बाद, यदि कोई कोविड-पॉजिटिव पाया जाता है, तो उसके सैंपल को जीनोमिक परीक्षण के लिए INSACOG लैब को भेजा जाना चाहिए। रैंडम टेस्टिंग के लिए सैंपल जमा करने के बाद यात्रियों को एयरपोर्ट से जाने दिया जाएगा।

दुनिया भर में औसतन 5.9 लाख COVID के मामले रोजाना
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि अपने निरंतर प्रयासों लगातार टेस्टिंग और पांचगुना टीकाकरण की रणनीति के अलावा कोविड प्रोटोकाल के पालन के बाद भारत कोविड-19 को प्रतिबंधित करने में सक्षम रहा।

हालांकि वैश्विक स्तर पर COVID-19 के नए मामलों की संख्या खतरनाक तरीके से बढ़ती जा रही है। 19 दिसंबर के बाद से पूरी दुनिया में रोजना लगभग 5.9 लाख नए मामले औसतन सामने आए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के प्रक्षेपवक्र में यह उछाल विशेष रूप से जापान, संयुक्त राज्य अमेरिका, दक्षिण कोरिया, ब्राजील, फ्रांस और चीन के संबंध में है, जहां मामले लगातार बढ़ रहे हैं।

Karnataka की COVID-19 के खिलाफ तैयारी बंद कमरों में मास्क अनिवार्य
चीन में बढ़ते कोविड (Increasing COVID Cases in China) के मामलों को देखते हुए भारत सतर्क है गुरुवार (22 दिसंबर) को स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राज्यों से कोविड गाइडलाइंस का पालन करने की अपील की है।

इसी क्रम में कर्नाटक सरकार (Karnataka Government) ने गुरुवार को चीन (China) सहित दुनिया के कुछ हिस्सों में COVID-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) का अनिवार्य परीक्षण (Essential Test) करने का फैसला किया है। वहीं राज्य सरकार (State Govt.) ने बंद जगहों और वातानुकूलित कमरों में फेस मास्क अनिवार्य कर दिया है।

स्वास्थ्य मंत्री ने बताई राज्य की तैयारी
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने मुख्यमंत्री बसवराज की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद मीडिया को बताया कि, “हम इनडोर स्थानों, बंद स्थानों और वातानुकूलित कमरों में मास्क पहनने की सलाह जारी करने जा रहे हैं। इसके अलावा, पूरे कर्नाटक में आईएलआई और एसएआरआई मामलों का अनिवार्य परीक्षण होगा।

” इस बैठक में मंत्रियों, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कोविड-19 पर तकनीकी सलाहकार समिति (टीएसी) के सदस्यों ने हिस्सा लिया। स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने कहा कि बैठक में सभी जिला अस्पतालों में पर्याप्त बेड और ऑक्सीजन की आपूर्ति के साथ कोविड वार्ड खोलने का भी निर्णय लिया गया।