ऊँचाहार, रायबरेली। प्रदेश की सत्ता पर विराजमान योगी आदित्यनाथ के नुमाइंदे सरकारी धन की बर्बादी नहीं रोक पा रहे हैं। अधिकारियों को धता बताकर बेखौफ ठेकेदार मनमानी कर सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे हैं।
जहां बीजेपी की जिला पंचायत अध्यक्ष ने अपने सदस्यों के साथ जिस नाला निर्माण का ईंट रखकर शिलान्यास किया था। उसी नाला का निर्माण भ्रष्टाचार की बुनियाद से की जा रही है। एक और जहां राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार और जिला पंचायत अध्यक्ष हैं तो वहीं दूसरी ओर महज एक ठेकेदार ने दोनों बड़े नेताओं की आंखों में धूल झोंककर पीले और घटिया मसालों का इस्तेमाल करके नाले का निर्माण कर रहा है।
ज्ञात हो की हाल ही में जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी ने एनटीपीसी गेट नम्बर दो से मण्डप होते हुए खोजनपुर के रास्ते तिराहा तहसील को जाने वाले मार्ग पर आबादी को देखते हुए उनकी सुगमता के लिए गेट नम्बर दो से मण्डप स्थित ज्वाला देवी मंदिर तक सड़क के किनारे से करीब पांच सौ मीटर तक नाला निर्माण करने के लिए दस लाख की लागत से नाला निर्माण के लिए बजट स्वीकृत किया है। हाल ही में उन्होंने ईंट रखकर उसका शिलान्यास भी किया है। उसी नाला निर्माण में ठेकेदार द्वारा मानकों को दरकिनार पीले ईंट और घटिया मसाले का उपयोग किया जा रहा है। नाले की खुदाई में खोदाई में भी भ्रष्टाचार किया जा रहा है जिस नाले में ईंट डालकर उसकी कुटाई की जानी चाहिए उसमें भी मनमाने रवैए से कार्य कराया गया है। ईंट कुटाई के नाम पर महज खाना पूर्ति की जा रही है। बताते हैं की इस नाले में तीन ग्राम पंचायतों की सीमा पर स्थित आबादी का पानी प्रवाहित होगा। इसलिए यह नाला यहां निर्माण होना अहम है। यह तब है जब प्रदेश सरकार राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दिनेश प्रताप सिंह जिले पंचायत की रहनुमाई कर रहे हैं। उन्हीं की आँखों में धूल झोंककर ठेकेदार मनमानी कर रहा है। पीले ईंट और घटिया मसाले का इस्तेमाल कर नाला निर्माण कराया जा रहा है। जो चन्द दिनाें में बर्बाद हो जाएगी। जिसका खामियाजा सीधी सादे ग्रामीणों को भुगतना पड़ेगा। कहने को तो फाइलों में गुणवत्ता युक्त नाला निर्माण तो चढ़ जायेगा लेकिन जमीनी हकीकत फाईलों से जुदा होगी।ग्रामीणों का कहना है कि जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी ने हमारी समस्याओं के दृष्टिकोण से पानी निकालने को लेकर नाला निर्माण का बजट स्वीकृत करके हमे नवरात पर उपहार के के रूप में दिया है। लेकिन ठेकेदार की मनमानी के चलते चन्द दिन में ही नाला धरासाई हो जाएगा और हमारी समस्या फिर जैसे की तैसे हो जायेगी। ग्रामीण ठेकेदार के विरुद्ध उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह व जिला पंचायत अध्यक्ष रंजना चौधरी से उचित कार्यवाही की आस में हैं।