गुंडों के रसूख के सामने बौना साबित हो रहा प्रशासन, नहीं सुन रहा पीड़ित की गुहार
दलित युवक को जातिसूचक गाली देकर पीटा, फिर दी जान से मारने की धमकी
फतेहपुर थारियांवा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार यूपी पुलिस लगातार अपराधियों पर कार्यवाही कर रही है। जिससे गुंडों में भय व्याप्त है। ऐसी खबरें तो आप प्रतिदिन टीवी चैनलों के माध्यम से देखते होंगे लेकीन आज हम आपको यूपी पुलिस के दूसरे पहलू से अवगत कराते हैं। जहां दलित युवक को दबंगों ने पीटकर लहूलुहान किया और जातिसूचक गाली देते हुए जान से मारने की धमकी भी दी । पीड़ित जब एफआईआर लिखवाने थाने पहुंचा तो उसे डांट कर भगा दिया गया। मामला फतेहपुर जनपद के थारियांवा थाना अंतर्गत अंबापुर चौराहे का है । बरई खुर्द निवासी सुरेंद्र कुमार पुत्र झूरीलाल की अंबापुर चौराहे के पास फल की दुकान है। सुरेंद्र कुमार के दुकान के पास ही कमलेश विश्वकर्मा की कपड़े और सोने चांदी की दुकान है। पुरानी रंजिश के चलते सुरेंद्र कुमार को दिसंबर माह में कमलेश विश्वकर्मा ने भाड़े के गुंडों को बुलाकर जमकर पीटा और जातिसूचक गाली देते हुए कहा की जान से मार दिए जाओगे।। मारपीट में सुरेन्द्र कुमार के पैर में भी गंभीर चोट आई थी। जब सुरेन्द्र कुमार पुलिस के पास रिपोर्ट दर्ज करवाने गए तो थारियावां पुलिस ने कमलेश के रसूख के चलते पीड़ित की एक भी दलील नहीं सुनी और डांटकर भगा दिया। तब से आज तीन महीने हो रहे हैं । पीड़ित दलित युवक प्रशासन से न्याय की गुहार लगा रहा है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं हैं। फतेहपुर पुलिस के इस कारनामे ने यूपी पुलिस और फतेहपुर प्रशासन को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है।
रिपोर्ट: अविनाश कुमार