फतेहपुर अमर चेतना ।।नीति के साथ-साथ जब नियत ठीक हो तो नामुमकिन काम भी मुमकिन हो जाते हैं। ऐसा ही कुछ जिला अधिकारी श्रुति ने कर दिखाया है। बात हम फतेहपुर जनपद में संचालित गौशालाओं की कर रहे हैं जिन्हें लेकर अक्सर अधिकारी से लेकर गौशाला विवादों में घिरते रहे। गौशालाओं की हालत बद से बदतर दिख रही थी। अब जब जिला अधिकारी ने गौशालाओ की व्यवस्था एक नीति के तहत संचालित करने का मन बनाया है तो यहां काफी कुछ बदला बदला नजर आ रहा है।
जनपद में 39 अस्थाई वा सात स्थाई गौशाला संचालित है। यहां सैकड़ों की तादाद में गोवंश रखे गए हैं। जिनकी देखरेख में कर्मचारियों की अच्छी खासी फौज लगाई गई है। गौशालाओं की देखरेख के लिए ब्लॉक से लेकर जिला स्तर के अधिकारियों को भी लगाया गया है। कहने का मतलब यह है कि चाहे विकास भवन में बैठने वाला अधिकारी हो या प्रशासनिक अधिकारी सबको जिम्मेदारी सौंपी गई थी,फिर भी गौशालाओ की व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही।