प्रतापगढ़। निराश्रित गोवंशो के संरक्षण को प्रभावी बनाए जाने को लेकर जिले मे नियुक्त किये गये नोडल अधिकारी विशेष सचिव सामान्य प्रशासन लखनऊ रामकेवल ने मंगलवार को लक्ष्मणपुर ब्लाक के देवली व लालगंज ब्लाक के पहाडपुर स्थित गोआश्रय केन्द्रो का निरीक्षण किया। विशेष सचिव ने देवली स्थित गोआश्रय केंद्र पर पहुंचकर मवेशियो के रहने की व्यवस्था के अर्न्तगत लगाए गए टिन शेडा,े मवेशियो के चारे की व्यवस्था के साथ ही उनके रख-रखाव हेतु अन्य संसाधनो की हकीकत खंगाली। वहीं विशेष सचिव ने गोबर से बनने वाले उपली कण्डा के बाबत भी जानकारी ली। यहां प्रधान प्रतिनिधि मनोज सिंह ने विशेष सचिव से गोआश्रय केन्द्रों की समस्याओं को बताते हुए कहा कि गोशाला मे रखे गये मजदूरों का बकाया मानदेय सैंतीस लाख रूपये अभी तक नहीं मिल सका है। यहां मवेशियो की देखरेख के लिए छः हजार रूपये प्रतिमाह के मानदेय पर कुल पन्द्रह मजदूर रखे गये है। मवेशियो के लिए प्रतिमाह सात लाख रूपये का चारे पर खर्च आता है। गोआश्रय केंद्र मे बैरीकेटिंग हेतु अलग से धन आंवटन की मांग की गयी है जो अभी तक अधर मे है। विशेष सचिव ने डीएम व सीडीओ से बात कर समस्याओं से निजात दिलाने का भरोसा दिलाया। इस मौके पर बीडीओ लक्ष्मणपुर सत्यदेव यादव, आलोक पाण्डेय, अश्विनी यादव, सूर्यमणि शुक्ल, धीरज पाल, जयसिंह, रमाकांत आदि मौजूद रहे। इसके बाद विशेष सचिव लालगंज ब्लाक के पहाडपुर स्थित गोआश्रय केंद्र पहुंचे। यहां उन्होनें मवेशियो के संरक्षण के बाबत व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया। विशेष सचिव ने पहाडपुर गोशाला मे तीन नये शेड, दो पानी की टंकी, बिजली की व्यवस्था आदि के लिए शासन को पत्र लिखने हेतु बीडीओ को निर्देशित किया। विशेष सचिव यहां मवेशियों के खाने हेतु भूसा, चूनी चोकर व हरा चारा आदि की व्यवस्था देख खुशी भी जतायी। इस मौके पर मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. बिरजू यादव, उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा. कमलेश कुमार कबीर, डा. रत्नेश, डा. अशोक वर्मा, बीडीओ अश्विनी कुमार सोनकर, अविनाश सिंह राठौर, प्रधान प्रतिनिधि देवदत्त शुक्ल आदि मौजूद रहे।