प्रतापगढ़। अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम समेत विभिन्न मांगो को लेकर बुधवार को वकीलों ने यहां सांकेतिक विरोध प्रदर्शन किया। हालांकि अधिवक्ताओं ने न्यायिक कामकाज भी जारी रखा और मांगो को लेकर सरकार का ध्यानाकर्षण करते दिखे। अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम तथा बुजुर्ग अधिवक्ता पेंशन व युवा अधिवक्ताओं को पुस्तकालय प्रोत्साहन भŸाा की मांगो को लेकर वकील अंादोलित हैं। बुधवार को बार कौंसिल के आहवान पर वकीलों ने संाकेतिक विरोध प्रदर्शन किया। मांगो के समर्थन में सैकडो अधिवक्ताओं ने संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश व रूरल बार के अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल के नेतृत्व में तहसील कैम्पस मे नारेबाजी करते प्रदर्शन शुरू किया। इसके बाद वकीलों का जत्था नेशनल हाइवे के तहसील गेट पर पहुंचा। यहां भी अधिवक्ताओं ने घंटो नारेबाजी कर मांगो को लेकर हुंकार भरी। रूरल बार के अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बार कौसिल के साथ कई अधिवक्ता संगठन वकीलों की सुरक्षा के लिए अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम की लगातार मांग कर रहे हैं। उन्होनें कहा कि सरकार वायदे के बावजूद अधिवक्ताओं से जुडी कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने के लिए गंभीर नही है। उपाध्यक्ष बीके तिवारी ने इन मांगो न माने जाने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी। वकीलों के विरोध प्रदर्शन को देख तहसील कैम्पस मे घंटो अफरातफरी का माहौल दिखा। सभा का संचालन महामंत्री शेष तिवारी ने किया। इस मौके पर पूर्व अध्यक्ष राममोहन सिंह, विकास मिश्र, रामलगन यादव, धीरेन्द्र शुक्ल, शैलेन्द्र सिंह, घनश्याम मिश्र, प्रवीण यादव, आशीष तिवारी, विपिन शुक्ला, सुशील शुक्ला, राकेश शुक्ला, दिनेश सिंह, आनंदमोहन श्रीवास्तव, करूणाशंकर मिश्र, लाल विनोद प्रताप सिंह, राहुल मिश्र, सिंटू मिश्र, दीपेन्द्र तिवारी, शारदाबक्श सिंह, राजेश दुबे, टीपी यादव, मो. ईशा, सत्येन्द्र श्रीवास्तव, मनीष क्रांतिकारी, सुधाकर मिश्र आदि अधिवक्ता रहे।