Monday , January 6 2025

हाई कोर्ट के निर्णय का संत समाज और सामाजिक संस्थाओं ने किया स्वागत

 

  • गौ माता को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाए

 

 प्रयागराज हाई कोर्ट द्वारा गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने के सलाह का अस्सी स्थित रामेश्वर मठ एवं सामाजिक संस्था जागृति फाउंडेशन ने स्वागत किया है। काशी धर्मपीठ रामेश्वर मठ के उत्तराधिकारी शिष्य स्वामी लखन स्वरूप ब्रह्मचारी जो सड़कों पर घूम रहे आवारा पशुओं को रात में चारा खिलाने का काम बनारस में करते है और लॉकडाउन में भी सड़कों पर निकल कर पशुओं को चारा पानी देने का काम अनवरत करने रहे हैं । साथ ही रामेश्वर मठ के रामेश्वर गौशाला में गायों की अनवरत सेवा करने वाले लखन स्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि सनातन धर्म में वेद और गाय हिंदुओं के प्रमुख आस्था के केंद्र है ।प्रयागराज हाई कोर्ट ने जो सलाह केंद्र सरकार को दिया है कि वह गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करें बहुत ही सराहनीय है और इसे केंद्र सरकार को मानते हुए इस पर कानून बनाकर गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करें।
उन्होंने कहा कि_ जिस तरह से धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज ने गाय के लिए दिल्ली में पुलिस की लाठी खाई आज उनकी आत्मा बहुत ही खुशी हो रही होगी कि कम से कम कोर्ट ने गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की सलाह केंद्र सरकार को दी। वही समाजसेवी एवं जागृति फाउंडेशन के महासचिव रामयश मिश्र जो रामेश्वर मठ के साथ मिलकर कोरोना काल में आवारा पशुओं को चारा पानी देने के साथ ही कान्हा उपवन में गायों की हो रही दुर्दशा पर आवाज उठाने वाले रामयश मिश्र ने कहा कि प्रयागराज हाईकोर्ट का आदेश बहुत ही सराहनीय है और प्रधानमंत्री मोदी इस पर कानून बनाकर एक और यश के भागी बने जिस तरह से उन्होंने कश्मीर में धारा ३७० अयोध्या में राम जन्मभूमि का मामला अपने कार्यकाल में हल कराया उसी तरह से गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित कर एक और कीर्ति अपने नाम करें। देश उनका वंदन करेगा।
वहीं, रामेश्वर मठ के प्रबंधक वरुणेश चंद दीक्षित ने कहा कि रामेश्वर मठ में स्थित रामेश्वर गौशाला में गायों की अनवरत सेवा हो रही है और हमारे यहां आवारा पशुओं को भी रखकर उनका सेवा सत्कार किया जाता है। प्रयागराज हाई कोर्ट का यह आदेश बहुत ही प्रशंसनीय है और केंद्र सरकार को इस पर विचार कर तुरंत इस पर कानून बनाकर गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करना चाहिए ।।