फतेहपुर। संत शिरोमणि रविदास जी का जन्मोत्सव मीरपुर कुश्ती में धूमधाम के साथ मनाया गया। मुख्य अतिथि बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संदीप जडेजा ने कहा कि संत रविदास ने मनुवादी व्यवस्था के खिलाफ लड़ाई लड़कर सभी को उनका हक दिलाया है। उनके बताये गये रास्ते पर चलने की आज जरूरत है।
मुख्य अतिथि बहुजन समाज पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष संदीप जडेजा ने सर्वप्रथम संत रविदास समेत अन्य महापुरूषों के चित्रों पर माल्यार्पण किया तत्पश्चात उन्होने कहा कि जिस तरह से भारत में वर्ण व्यवस्था के साथ-साथ ब्राह्मणवादी व्यवस्था हावी थी जो मनुष्यता में तार-तार कर रही थी मानव मानव को आपस में एक दूसरे के प्रति जो हीन भावना और द्वेष भरा हुआ था जिस तरह से एक समाज राजा हुआ करता था दूसरा समाज उसका गुलाम हुआ करता था वैसी व्यवस्था लागू थी। जहां पर किसी ने सोचा नहीं होगा इस संत शिरोमणि रविदास जी उस व्यवस्था के बीच में अमर संदेश देने का काम करेंगे। पर संत शिरोमणि रविदास जी ने अपनी मानसिक ताकत को दर्शाते हुए उस मनुवादी व्यवस्था को मुंहतोड़ जवाब देते हुए जय स्थापित कर दिया कि अगर मनुष्य मानसिक रूप से मजबूत है दृढ़ संकल्पित है तो कैसे भी व्यवस्था हो उसको हार मानना ही होगा। बसपा के पूर्व मंडल कोऑर्डिनेटर चंद्रभान यादव ने कहा कि जिस तरह से हमारे पुरखों ने मनुवादी व्यवस्था से लड़ाई लड़ लड़ करके हमको हक अधिकार दिलाने का काम किया है वह काम आज हमारे युवा वर्ग के लोग बहुत ही तेजी से कर रहे हैं। इन सबका कारण हमारे महापुरुष रहे हैं। बसपा के सेक्टर अध्यक्ष भैरव ने कहा कि संत शिरोमणि रविदास जी ने अपनी ताकत का एहसास इस तरह से कराया है कि उस समय की मनुवादी व्यवस्था उनको लगातार हराने के लिए हर एक कोशिश करती रही पर कभी भी उनको हरा नहीं पाई। हमेशा संत रविदास जी ने उनको मुंहतोड़ जवाब दिया है। इस मौके पर मिथिलेश गौतम, बाबू शंकर विश्वकर्मा, संदीप राय, अर्जुन गौतम, प्रेम गोयल, शिव कुमार, सत्येंद्र गौतम, गोरेलाल, सचिन राय, अर्जुन गौतम, भैरव प्रसाद, राकेश कुमार, बैजनाथ गौतम, राजकुमार गौतम, पवन कुमार अंबेडकर, विनोद धोबी, रामराज पटेल, अंजली देवी, इंजीनियर वीरेंद्र कुमार, हर्षित अंबेडकर भी मौजूद रहे।