सीएससी केन्द्रों के माध्यम से अब देशभर के सभी असंगठित श्रमिकों के यूनिक आईडी कार्ड ई-श्रम पोर्टल से बनाए जाएंगे। मंत्रालय के अनुसार देशभर में 43.7 करोड़ असंगठित वर्कर विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहे हैं। अब इनका कार्य की प्रकृति के अनुसार वर्ग विभाजन कर खाका तैयार किया जा रहा है ताकि इनके उत्थान के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं बनाकर उन्हें क्रियान्वित किया जा सके। जिले की बात करें तो जनपद का नाम में हजारों असंगठित श्रमिक हैं जिनको पंजीकृत सीएससी केन्द्रों के मध्यम से किया जायेगा और सभी पंजीकरण निशुल्क होगा ||
पंजीकरण के उपरांत मिलने वाले लाभ
01. यूनिक आईडी कार्ड बनते ही इन असंगठित श्रमिकों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का लाभ मिल जाएगा। इसका एक साल का खर्च भी खुद सरकार ही वहन करेगी।
02. असंगठित श्रमिक किस वर्ग से है का खाका तैयार करने के बाद सामाजिक सुरक्षा योजनाएं जो कि मंत्रालय और सरकार ने चलाई हैं उन्हें आसनी से क्रियान्वित कर इनके लिए बजट का प्रावधान किया जा सकेगा।
03. श्रमिकों की गतिविधियों और वह किस राज्य से किस राज्य में जा रहे हैं को आसानी से ट्रैक किया जा सकेगा।
04. आपदा के समय इन असंगठित श्रमिकों तक आसानी से मदद पहुंचाई जा सकेगी। जैसे कोरोना काल में इन्हें इनके घर तक पहुंचाना, खाने की व्यवस्था करना इत्यादि।
05. रोजगार के अवसर भी इनके लिए इनके वर्ग के हिसाब से सरकार सृजित कर सकेगी, साथ ही यदि कहीं किसी विशेष वर्ग के मजदूरों की जरूरत होगी तो इसी यूनिक आईडी के माध्यम से इन लोगों को सूचित भी किया जा सकेगा।