बेगूसराय। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट की परीक्षा बुधवार से शुरू हो गई। लेकिन कदाचार मुक्त परीक्षा का सभी दावा हवा-हवाई हो गया है।
परीक्षा में नकल के लिए बदनाम बिहार में इंटरमीडिएट परीक्षा में भी परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पहले ही प्रश्न पत्र आउट हो गया तथा तमाम परीक्षार्थी कक्ष में जाने से पहले प्रश्न और उत्तर को याद करते दिखे। जो कि सभी प्रशासनिक दावों की पोल खोल रहा है।
परीक्षा के लिए बेगूसराय में 34 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां कि 39 हजार 349 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थी को कड़ी जांच के बाद ही अंदर प्रवेश करने दिया जा रहा है। परीक्षा में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं तथा प्रश्न पत्र आउट नहीं हो इसके लिए कई स्तर पर व्यवस्था है।
इसके बावजूद 9:30 बजे शुरू होने वाली परीक्षा गणित की परीक्षा का प्रश्न पत्र 8:30 बजे से पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। कई टेलीग्राम और व्हाट्सएप ग्रुप में सिर्फ गणित के प्रश्न पत्र ही नहीं, उसके उत्तर भी वायरल किए जा रहे हैं। हालांकि यह प्रश्न पत्र सही है या गलत, अभी इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा के बिहारशरीफ स्थित श्रीराम कुमार नाम के एक कोचिंग संचालक द्वारा 9304669351 नंबर से व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर 50 से अधिक क्वेश्चन आउट ग्रुप बनाए गए थे।
जिसमें की 31 जनवरी से ही कहा जा रहा है कि छात्र पांच सौ रुपये भेजें, उन्हें परीक्षा शुरू होने से 90 मिनट पहले प्रश्न पत्र उपलब्ध हो जाएगा। इस ग्रुप में बड़ी संख्या में इस ग्रुप में शामिल छात्रों ने दो सौ से लेकर पांच सौ तक रुपये भेजे थे और उसी के माध्यम से प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर उपलब्ध कराया गया है।
फिलहाल अब सब कुछ प्रशासन के जिम्में है। लेकिन जिस तरीके से प्रश्नपत्र वायरल हो रहा है, इससे यह स्पष्ट है कि बिहार सरकार का शांतिपूर्ण और कदाचार मुक्त परीक्षा संपन्न कराने का सभी दावा फेल हो चुका है।