बीजिंग: चीन में कोरोना वायरस से हर रोज 5,000 से अधिक लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ रही है. राजधानी बीजिंग सहित देश के अन्य प्रांतों में कोविड संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. चीन में कोरोना से हालात इतने खराब हो चुके हैं कि अस्पताल में बिस्तर, दवा और आईसीयू की भारी (Lack of ICU ) कमी हो गई है, जबकि श्मशान घाट अपनी पूरी क्षमता से चल रहे हैं. देश में कोविड के डर के बीच, अंतिम संस्कार स्थलों में चारों ओर लाशों के ढेर की खबरें सामने आई हैं, जबकि शवों के अंतिम संस्कार में मदद करने वाले कार्यकर्ता पहले ही कोविड से संक्रमित हो चुके हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, आने वाले महीनों में चीन में 80 करोड़ लोग संक्रमित हो सकते हैं और दस लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो सकती है. चीनी मानवाधिकार कार्यकर्ता जेनिफर ज़ेंग, जो ट्विटर पर चल रहे कोविड आतंक के बारे में पोस्ट कर रही हैं, ने एक फ्यूनरल होम से एक वीडियो साझा किया, जहां चारों ओर लाशें पड़ी हैं. उन्होंने आगे कहा कि शवों को संभालने वाले कर्मचारी भी कोविड की चपेट में आ गए हैं.
हालांकि मजदूर काम कर रहे हैं. यह चीन द्वारा चोंगकिंग में कोविड-19 के लक्षणों वाले लोगों को ‘सामान्य रूप से’ काम करने की अनुमति देने के बाद हुआ है, क्योंकि देश पहली बार वायरस के साथ जीने की कोशिश कर रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में अब तक के सबसे बड़े प्रकोप से जूझ रहे चीन को हर दिन 10 लाख कोविड संक्रमण और वायरस से होने वाली 5,000 मौतों का सामना करना पड़ रहा है.
एक अन्य तस्वीर में शेनयांग शहर में एक शव सड़क पर पड़ा दिखा. मानवाधिकार कार्यकर्ता ने ट्विटर पर फोटो के कैप्शन में लिखा, ‘क्योंकि श्मशान पहले से ही भरा हुआ है और वहां अब अधिक शव नहीं रखे जा सकते हैं, शेनयांग शहर में किसी ने श्मशान के सामने जमीन पर शव को छोड़ने का फैसला किया और शव को वहीं सड़क पर छोड़ दिया.’
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी चीन में कोरोना के हालात पर चुंता जाहिर की है. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम गेब्रेयेसस ने 21 दिसंबर को जिनेवा में कहा कि संगठन चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों की खबरों को लेकर ‘बेहद चिंतित’ है, क्योंकि देश ने अपनी ‘शून्य कोविड’ नीति को मोटे तौर पर छोड़ दिया है, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं.