ऊँचाहार, रायबरेली। सिंचाई विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से खनन माफियाओं द्वारा नहर की पटरी काटकर मिट्टी और सिल्ट चोरी की जा रही है। नहर की माइनर पटरी कटने से सैकड़ों बीघे फसल नष्ट होने की आशंका है। सिंचाई विभाग की उदासीनता किसानों की मुसीबत का सबब बन सकती है।
खनन माफियाओं द्वारा अरखा रजबहा नहर की माइनर पटरी की काटकर उसकी मिट्टी और सिल्ट चोरी से ट्रैक्टर पर लादकर कर लगातार चोरी की जा रही है। घटना अकोढिया से झोकवारा माइनर का है। इसके मध्य दुबरियापुर, पूरे रजपाल, पूरे शिवगुलाम, पूरे अभिमान समेत दर्जनों गांव में रजबहा नहर की माइनर पटरी काट दी गई जिससे नहर आने पर धान की फसल को खतरा बढ़ गया। इसमें सिंचाई विभाग के अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है। बताते हैं कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों और खनन माफियाओं की मिलीभगत से नहर की पटरी काटकर बराबर की जा रही है। मिट्टी खनन कर के अवैध कमाई की जा रही है। जो सरकार का भारी भरकम नुकसान हो रहा है। इसी कारण ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। अवैध खनन में एक पूर्व प्रधान की भूमिका अहम बताई जा रही है।
एसडीओ शैलेन्द्र कोटारिया ने बताया कि जानकारी मिली है। जिलेदार को मौके पर भेजकर जांच आख्या मंगाई जायेगी। उसके बाद कार्यवाही की जायेगी