वाराणसी। श्रीरामचरितमानस पर विवादित बयान देने वाले उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री व सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए सारनाथ आशापुर के सामाजिक कार्यकर्ता नागेश्वर मिश्र और उनके साथियों का अनशन मंगलवार को भी जारी रहा। उन्होंने कहा कि जब तक स्वामी प्रसाद मौर्य पर मुकदमा दर्ज नही होता, उनका शान्तिपूर्ण अनशन चलता रहेगा। उन्होंने मानस पर दिए गए विवादित बयान की कड़ी निंदा की।
बिहार के शिक्षा मंत्री डा. चंद्रशेखर प्रसाद ने पिछले दिनों तुलसीदास रचित श्रीरामचरितमानस के कुछ अंशों का संदर्भ रखते हुए विवादित बयान दिया था। इसको लेकर बवाल थमा भी नहीं कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी विवादित बयान देकर इसे और तूल पकड़ा दिया। सपा नेता ने अपने बयान में कहा कि रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है। इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए।