फतेहपुर। सबमिशन आन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन (आत्मा) योजना के अंतर्गत कृषि विभाग, राज्य स्तरीय कृषक भ्रमण कार्यक्रम के तहत 55 किसानों को प्रज्ञा ग्रामोत्थान सेवा समिति के तत्वाधान में भारतीय गन्ना अनुसंधान संस्थान तथा केंद्रीय औषधीय एवं सगंध पौधा संस्थान के साथ ही केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान रहमानखेड़ा लखनऊ व इसी के साथ ही पशुपालन विभाग व मत्स्य विभाग के कुल 56 किसानों के दल को कृषि विज्ञान केंद्र गनीवां, चित्रकूट व ग्रामीण उद्यमिता संस्थान व बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय में पशुपालन एवं मत्स्य पालन की जानकारी हेतु मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
उन्होने कहा कि किसानों को लखनऊ में कृषि एवं औषधीय खेती के साथ ही बागवानी खेती एवं प्राकृतिक खेती की जानकारी मिलेगी। वहीं गनीवा एवं बांदा में पशुपालन एवं मत्स्य पालन की जानकारी किसान हासिल करेंगे। उप कृषि निदेशक राम मिलन सिंह परिहार ने कहा कि लखनऊ में किसानों को गन्ना की अधिकतम उत्पादन देने वाली किस्मों एवं उत्पादन व रोग के अलावा कीट नियंत्रण व सहफसली खेती के साथ ही गुण प्रसंस्करण तकनीक की जानकारी, एक हेक्टेयर में अधिकतम आय हेतु माडल एकीकृत फार्म व गुड़ इकाई का भी भ्रमण कर जानकारी दी जायेगी। उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. पंकज पांडेय ने कहा कि उक्त भ्रमण से किसान पशुपालन में भैंस एवं गाय की विभिन्न नस्लों के साथ ही डेयरी प्रसंस्करण की नवीनतम जानकारी प्राप्त करेंगे। सहायक निदेशक मत्स्य गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि मत्स्य पालक उक्त भ्रमण में वैज्ञानिकों से मत्स्य पालन में उनके रख-रखाव एवं फीडिंग की जानकारी प्राप्त करेंगे। जिससे वह उस तकनीक को अपनाकर अपनी आय में वृद्धि कर सकेंगे। भ्रमण दल का संचालन कर रहे संस्था सचिव उमेश चंद्र शुक्ल ने कहा कि किसान फसल व पशुपालन व मत्स्य पालन की जानकारी के साथ ही प्राकृतिक व जैविक खेती की जानकारी हासिल करेंगे। भ्रमण दल में राजेंद्र प्रसाद शुक्ल, संतोष यादव, श्रीकांत, रमन सिंह, हीरालाल, जयपाल, मंगल सिंह, लवकुश, अर्जुन सिंह, शिवकुमार, सुमन, विमला देवी, बेनीमाधव तथा राममिलन मौर्य शामिल रहे।