प्रतापगढ़। …. सुपरस्टार अक्षरा सिंह का अदभुत धमाल, रवि के तराने सांस्कृतिक रंगमंच पर जब अटठाईसवें महोत्सव की समापन संध्या को सुर व संगीत का संगम बनाने लगे तो बाबा धाम के समीप बह रही आदिगंगा सई की मन्द मन्द धारा में भी सतरंगी उमंग भी उफान लेने लगी। अक्षरा का जादू महिला एवं पुरूष आडीटोरियम से लेकर अति विशिष्ट दीर्घा तक इस तरह कयामत मे दिखा कि तिल रखने की जगह न होने के हालात मे दर्शको को एक पल के लिए तो संभालना मुश्किल हो गया। वहीं सांस्कृतिक रंगमंच पर गणेश वंदना, मयूर नृत्य, गुजरात के गरबा डांडिया, शिव-पार्वती नृत्य, राजस्थान का घूमर नृत्य और महाराष्ट्र का लोक नाट्य संगीत भी दर्शकों मे अमिट छाप छोड गया दिखा।
बाबा घुइसरनाथ धाम में एकता महोत्सव की समापन संध्या पर रविवार की रात जानी मानी भोजपुरी सुपरस्टार अक्षरा सिंह की अदा तथा गीतों ने पूरी की पूरी महफिल को अपने नाम बनाने मे कोई कोर कसर न छोडी। अक्षरा सिंह ने शुरूआत बाबा भोलेनाथ की आराधना के सुर को आगाज देकर किया। उनका गीत-गंगा जलवा बेलपतिया धतूरा भंगवा चढ़ाय के.. तथा भोले को नहला दो मेरे शंकर को नहला दो पर हर हर महादेव का भी जयघोष गंूज उठा। फिर अक्षरा अपने फन मे आ दिखी। अक्षरा ने जब लटके झटके के साथ आवाज की फिजा बनायी-फलनवा का बेटा सपनवा में आता है तथा जान मारे लंहगा ई लखनऊवा, जइसन सोचले रहनी वइसन पियवा मोर बानी.., कातिल जवानी फरेबी अदा बा.. पर तो कार्यक्रम स्थल का कोना कोना जोश व उल्लास मे थिरक उठा। वॉलीवुड स्टार रवि त्रिपाठी के भी भजन तथा फिल्मी गीतों से पसंदीदा माहौल बना। रवि के नमो नमो तथा हर हर शंभू व बम भोले बम के शिव आराधना के भजन से गजब की आध्यात्मिक समा बंधी। शिव आराधना के सुर मंच पर गूंजे तो लगा जैसे देवाधिदेव महादेव भी महाशिवरात्रि पर भक्ति आराधना को लेकर प्रफुल्लित हो उठे। रवि के फिल्मी तरानों ने भी युवा धड़कनो को जोशीले अंदाज मे खुशमिजाजी मे ला दिया। राजस्थान के लोक कलाकारों का भी जादू रंगत मे दिखा। इन कलाकारो ने केसरिया बालम गीत पर मनमोहक नृत्य प्रस्तुत कर वाहवाही हासिल की। महाराष्ट्र का भी लोकनाट्य संगीत एवं नृत्य दर्शकों को खूब भाया। संस्कृति विभाग की ओर से लोक कलाकार शिप्रा श्रीवास्तव के दल द्वारा आकर्षक लोक नृत्य फूलों की होली, शिव पार्वती आराधना की मनमोहक प्रस्तुतियां महोत्सव की सफलता को चार चांद लगाती दिखीं। वहीं शिप्रा के ई रेलिया बैरन पिया को लिये जाय रे पर भी दर्शक आनंदित हुए दिखे। निधि श्रीवास्वतव, मयूरी, प्रियंका, राजश्री ने पूर्णिमा शिक्षा एवं संस्कृति विभाग के बैनरतले मयूर नृत्य का भी शानदार प्रदर्शन किया। कलाकारों की महफिल सजी तो अटठाईसवां महोत्सव लोगों के दिलों मे उतर आया। राजेन्द्र विश्वकर्मा का संचालन व कमेडी भी महोत्सव की समापन संध्या को गुदगुदाता दिखा। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी एवं विधायक आराधना मिश्रा मोना तथा एआईएमटी के निदेशक अम्बिका मिश्र ने प्रस्तुतियां देने वाले कलाकारों का सारस्वत सम्मान किया। वहीं अक्षरा सिंह व रवि त्रिपाठी को क्षेत्रीय विधायक एंव कांग्रेस विधानमण्डल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने एकता सम्मान 2023 के तहत प्रशस्ति पत्र तथा शॉल व स्मृति-चिन्ह प्रदान किया। सांसद प्रमोद व एमएलए मोना के साथ कलाकारों को सम्मान के साथ हौसला आफजाई मे एसडीएम सौम्य मिश्र, सीओ रामसूरत सोनकर, एसडीएम अवनीश त्रिपाठी की भी असरदार उपस्थिति देखने को मिली।