प्रतापगढ़। सिविल न्यायालय में भारतीय संविधान के गौरव व महत्वता को लेकर विचारगोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में संयुक्त अधिवक्ता संघ द्वारा सम्मान कार्यक्रम भी किया गया। सभागार मे आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ सिविल जज कुंवर दिव्यदर्शी ने दीप प्रज्ज्वलन कर किया। बतौर मुख्यअतिथि उन्होनें कहा कि भारतीय संविधान मे न्यायपालिका तथा कार्यपालिका व व्यवस्थापिका के बीच अदभुत समन्वय लोकतंत्र के संरक्षण का मूल है। उन्होनें कार्यक्रम मे मौजूद लोगों से राष्ट्रीयता की भावना की मजबूती के साथ देश के गौरव को बढाने मे योगदान का भी आहवान किया। कार्यक्रम मे संयुक्त अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अनिल त्रिपाठी महेश व रूरल बार एसोशिएसन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने सामाजिक एवं राष्ट्रीय मूल्यों की मजबूती मे योगदान के लिए सिविल जज कुंवर दिव्यदर्शी व चिकित्साधीक्षक डा. अरविंद गुप्ता तथा संस्कृत व्याकरणाचार्य डा. शक्तिधरनाथ पाण्डेय को शॉल तथा स्मृति चिन्ह व माल्यार्पण कर सम्मानित किया। अध्यक्षता अनिल महेश व संचालन अधिवक्ता विनोद मिश्र ने किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार डा. अनुज नागेन्द्र, अधिवक्ता अनूप पाण्डेय, अबरार अहमद तथा वेदप्रकाश के राष्ट्रीय गीतों पर लोग मंत्रमुग्ध हो उठे। समारोह को लालगंज प्रभारी निरीक्षक कमलेश पाल, पूर्व जिपंस राजेश पाण्डेय, छोटेलाल सरोज, स्वामी बाबा नरेन्द्र ओझा, वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश पाण्डेय ने भी संवैधानिक विशेषताओं पर प्रकाश डाला। आभार प्रदर्शन वरिष्ठ उपाध्यक्ष शहजाद अंसारी ने किया। इस मौके पर विपिन शुक्ल, हरिशंकर द्विवेदी, अमरनाथ यादव, उमेश तिवारी, सोमनाथ मिश्र, वीरेन्द्र सिंह, संजय ओझा, विभाकर शुक्ल, मस्तराम पाल, अखिलेश द्विवेदी, विनय शुक्ल, संतोष पाण्डेय, धीरेन्द्र मिश्र, प्रदीप मिश्र, प्रवीण शुक्ला, अंजनी मिश्र आदि अधिवक्ता रहे।