फतेहपुर। शहर के पटेल नगर इलाके में संचालित कंपनी निवेशकों का करीब दो करोड़ लेकर संचालक फरार हो गए। कंपनी के एजेंटों की ओर से तीन संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। पटेल नगर इलाके में डीजीआर लैंड डेवल्पर्स और डीजीआर लक्ष्य निधि लिमटेड नाम से 2011 में सुशील कुमार दुबे, राजेश कुुमार और सुनीता देवी निवासी पटेल नगर ने चिटफंड कंपनी खोली थी। कंपनी में धुन्नीलाल निवासी देवमई, शिवसरन निवासी बहती, सरिता देवी पासिनपुरवा सौनाखेड़ा, रामलखन निवासी चंदनपुर, सत्यनारायण निवासी जगदीशपुर एजेंट के रूप में जुड़े थे। एजेंटों का आरोप है कि कंपनी के संचालक सुशील, राजेश, सुनीता ने 29 नवंबर 2011 में फिक्स डिपाजिट में निवेश करने और कराने पांच साल में दोगुना, दस साल में चार गुना, 15 साल में 10 गुना देने का लालच दिया था। विश्वासन दिलाने के लिए चेक देने की बात कही थी। आरोपियों के झांसे में आकर करीब दो करोड़ रुपए उन लोगों ने जमा कराए थे। रुपए उन लोगों के संपर्क में आने वाले करीब 550 लोगों के जमा कराए थे। कंपनी की ओर से रसीद और बांड भी जमाकर्ताओं को दिए थे। पांच साल पूरे होने पर मैच्युरिटी बांड जमा कराए, लेकिन रुपए नहीं लौटाए। उन्हें टरकाते रहे। विरोध करने पर गाली गलौज देकर भगा दिया। मामले की 12 अक्तूबर को एसपी से शिकायत की गई। सीओ सिटी संजय सिंह ने जांच के बाद मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। कोतवाल अनूप सिंह ने बताया कि कंपनी के तीनों संचालकों पर एफआईआर दर्ज की गई है।