अफगानिस्तान में जारी संकट के बीच वहां फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने का सिलसिला जारी है। रविवार को वहां से 168 लोगों को वापस लाया गया, जिनमें अफगानिस्तान के सिख सांसद नरेंद्र सिंह खालसा भी शामिल हैं। उन्होंने अफगानिस्तान से उन्हें और कम्युनिटी के लोगों को रेस्क्यू करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारत सरकार और भारतीय वायुसेना को धन्यवाद कहा। आज वायुसेना का एक विमान 168 लोगों को लेकर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पहुंचा।
अफगान सांसद वहां के हालातों के बारे में बात करते हुए भावुक हो गए और उनकी आंखों में आंसू आ गए। जब उनसे पूछा गया कि एक सांसद के तौर पर अपना देश छोड़ने पर आपको कैसा लगा, तो उन्होंने कहा कि अब सब कुछ समाप्त हो गया है। उन्होंने कहा, ‘मुझे रोने का मन कर रहा है, पिछले 20 वर्षों में जो कुछ भी बनाया गया था वह अब समाप्त हो गया है। अब यह शून्य है।’ नरेंद्र सिंह खालसा उन 168 लोगों में शामिल हैं, जिनमें 23 अफगान सिख और हिंदू थे। ये लोग भारतीय वायुसेना के सी-17 ग्लोबमास्टर विमान में सवार थे और आज उन्होंने काबुल हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी।
अफगानिस्तान के सांसद ने आगे कहा कि युद्धग्रस्त देश में कम से कम 200 हिंदू सिख फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा, ‘स्थिति चिंताजनक है। लेकिन धार्मिक स्थल अभी सुरक्षित हैं।’ खालसा ने यह भी कहा, ‘तालिबान सांसदों, सीनेटरों और अन्य लोगों को उनके घरों में तलाशी लेकर और बंदूकें एवं वाहनों को जब्त करके परेशान कर रहा है।’
अन्य लोगों ने भी उन्हें अफगानिस्तान से समय से निकालने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया। अफगानिस्तान से आए लोगों के चेहरों पर खुशी और राहत है। रेस्क्यू किए गए लोगों में कई बच्चे और एक शिशु भी शामिल है। भारतीय वायुसेना के विमान ने आज सुबह अफगानिस्तान के काबुल से 107 भारतीय नागरिकों समेत 168 लोगों के साथ उड़ान भरी। यात्रियों को हवाई अड्डे पर COVID-19 RT-PCR परीक्षण के लिए ले जाया गया।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, अफगानिस्तान में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए भारत को काबुल से प्रतिदिन दो उड़ानें संचालित करने की अनुमति दी गई है। सभी देश अपने नागरिकों को युद्धग्रस्त राष्ट्र से तत्काल निकाल रहे हैं क्योंकि दसियों हजार लोग देश से भागने का प्रयास कर रहे हैं।