- स्पष्टीकरण मांगकर कर दी गई खानापूर्ति नहीं हुई कार्यवाही
- पंचायत कार्यालय में सोती मिली पंचायत सहायक वीडियो वायरल
ऊंचाहार रायबरेली। पंचायत कार्यालय में ताला लटकाकर नदारद रहने वाली पंचायत सहायक से स्पष्टीकरण मांगकर बीडीओ ने खानापूर्ति तो कर लिया । लेकिन इस खानापूर्ति के बाद पंचायत सहायक की मनमानी को और बल मिल गया है। अब पंचायत सहायक का पंचायत कार्यालय में ड्यूटी के दौरान सोते समय का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ तौर से पंचायत सहायक को आराम फरमाते हुए देखा जा सकता है।
जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि सोसल मीडिया पर एक वीडियो बहुत तेज़ी से वायरल हो रहा है। जोकि रोहनिया ब्लाक के ऐहारी बुजुर्ग पंचायत कार्यालय का बताया जा रहा है। यह वीडियो पंचायत कार्यालय में ताला लगाकर नदारद पाई गई पंचायत सहायक का बताया जा रहा है।जिसकी खबर प्रकाशित होने के बाद बीडीओ ने पंचायत सहायक की पैरवी की थी और मामले को तूल पकड़ता देख अगले ही दिन कार्यवाही के नाम पर स्पष्टीकरण मांगकर खानापूर्ति कर दी थी । जबकि ग्रामप्रधान प्रतिनिधि ने बीडीओ से कई बार नदारद रहने की शिकायत भी की थी। लेकिन बीडीओ के संरक्षण प्राप्त पंचायत सहायक की कार्यशैली में कोई बदलाव नहीं आया था। समाचार पत्रों में लगातार खबरों के प्रकाशन के बाद मामले को तूल पकड़ता देख बीडीओ ने पंचायत सहायक से स्पष्टीकरण मांगा और मामले में कार्यवाही की बजाय खानापूर्ति कर दिया। बीडीओ के संरक्षण में मनबढ़ हुए कर्मचारी अब चक्के वाली कुर्सी पर आराम फरमाते देखे जा सकते हैं। लगातार चर्चाओं में रहने वाली ऐहारी बुजुर्ग की पंचायत सहायक का ड्यूटी के दौरान सोते समय का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। जिसकी वजह से चर्चाओं का बाजार गर्म है लोगों की माने तो लोग पंचायत सहायक की मनमानी के पीछे की वजह बीडीओ सुनील सिंह के संरक्षण को बता रहे हैं। लोगों का मानना है कि इस तरह के मनबढ़ कर्मचारियों पर तत्काल कार्यवाही की जानी चाहिए। जिससे की सरकारी काम समय से और सुगमता पूर्वक किए जा सकें। लेकिन बीडीओ सुनील सिंह ऐसे मनबढ़ कर्मचारियों को संरक्षण क्यों दे रहे हैं वजह साफ नहीं हो सकी है। अब देखने वाली बात होगी की स्पष्टीकरण के बाद भी अपने कार्यशैली में तनिक भी बदलाव ना लाकर पंचायत कार्यालय में ड्यूटी के दौरान सोते समय का वीडियो वायरल होने के बाद पंचायत सहायक पर क्या कार्यवाही होती है । क्या बीडीओ साहब अबकी बार पक्षकार ना बनकर पैरवी करने के बजाय ऐसे गैर जिम्मेदार कर्मचारी पर कार्यवाही करेंगे।