गरीबी या फेल होने की वजह से पढ़ाई छोड़ चुके छात्रों का कॉलेज में होगा दाखिला
अमर चेतना ब्यूरो
ऊंचाहार रायबरेली। शिक्षा विकास उत्थान, प्रेम, सद्भाव एवम भाईचारे की जननी होती है। ये कहना है रोहनिया विकास खंड के अंतर्गत आने वाले गांव ऐहारी बुजुर्ग के अविनाश पाण्डेय का। अविनाश बताते हैं की किसी पिछड़े गांव से गरीबी दूर करना है विकसित करना है तो शिक्षा बहुत जरूरी है। किसी क्षेत्र को बिना शिक्षित किए विकसित कर पाना शायद सुई से पहाड़ खोदने जैसा कार्य होगा।
इसलिए हमने अपनी ग्रामसभा में घोषणा की है की किसी छात्र को उसकी शिक्षा पूर्ण करने में अगर पैसा बाधा बन रहा है तो उसकी सम्पूर्ण शिक्षा में आने वाले खर्च का मैं वहन करूंगा और उसको आगे क्या करना चहिए गाइड करूंगा। जिससे की वह शिक्षित होकर हमारी ग्रामसभा, हमारे देश, हमारे राष्ट्र के निर्माण में अपना योगदान दे सके। अविनाश बताते हैं की बचपन में माता पिता ने कठिन परिस्थितियों में अच्छे स्कूलों में हमें पढ़ाया तो जो बचपन में देखा हूं। मैं नहीं चाहता की हमारे गांव या क्षेत्र का कोई छात्र पैसों की वजह से पढ़ाई छोड़े। मैं उनको ऐसा शिक्षा का परिवेश दूंगा की उनके मन में अगर फेल होने का डर होगा तो वह मन से हमेशा के लिए दूर हो जाएगा। और अच्छे परिणाम प्राप्त हो सकेंगे।आपको बताते चलें सोसल मीडिया पर अविनाश के इस कार्य की खूब सराहना हो रही है। सोशल मीडिया पर ऐहारी के अविनाश नाम से युवाओं द्वारा अविनाश के इस कार्य की खूब सराहना की जा रही है।