प्रतापगढ़। लीलापुर थाना क्षेत्र के डांडी गांव के एक बाग स्थित प्राचीन मंदिर परिसर में प्रतिबंधित मांस के कुछ टुकडो के मिलने से मंगलवार सुबह हडकंप मच गया। जानकारी होते ही वहां ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी। सूचना पाकर विश्व हिन्दू परिषद व बजरंग दल के सदस्य भी पहुंच गये। प्रतिबंधित मांस को लेकर एक सम्प्रदाय पर आरोप लगाते हुए लोग आक्रोशित हो उठे। सूचना पर पहुंचे सीओ के घण्टों समझाने के बाद लोग किसी तरह माने । घटना को लेकर चार लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी गयी है। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। लीलापुर थाना के डांडी गंाव निवासी मंदिर के पुजारी रामविशाल तिवारी ने पुलिस को दी गई तहरीर मे कहा है कि गांव स्थित महावीर के बाग में हनुमान जी का प्राचीन मंदिर है। यहां ग्रामीण दर्शन पूजन करते हैं। इस मंदिर के परिसर मे लगे हैण्डपम्प पर बीते सोमवार की रात करीब आठ बजे प्रतिबंधित मांस को धुला गया। प्रतिबंधित मांस के कुछ टुकडो को मंदिर परिसर मे फेंक दिया गया। यही नही परिसर मे लगी सरकारी बेंच को भी तोड दिया गया। जानकारी होने पर घटना की सूचना पीआरवी पुलिस को दी गयी। सूचना पर पहुंचे दो पुलिसकर्मी जांच के बाद वापस लौट गये। इधर मंगलवार की सुबह मंदिर परिसर मे प्रतिबंधित मांस फेकें जाने की जानकारी होते ही हिन्दू समाज के लोगों मे आक्रोश पनप उठा। विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल के कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंच गये। घटना को लेकर लोग विरोध प्रदर्शन करने लगे। मामला दो सम्प्रदाय के बीच के होने की जानकारी होते ही पुलिस के हाथ पांव फूल गये। आननफानन मे फोर्स के साथ सीओ रामसूरत सोनकर व लीलापुर थानाध्यक्ष सुभाष यादव भी पहुंच गये। घटना को लेकर ग्रामीण आक्रोश जताते हुए आरोपियो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे। सीओ के घंटो समझाने के बाद लोग किसी तरह माने। एसओ सुभाष यादव का कहना है कि मंदिर के पुजारी रामविशाल तिवारी की तहरीर पर डांडी पूरे रंजीत गांव के अनस पुत्र अख्तर, नादिर पुत्र नन्हंे, छित्ती के पुत्र व बूंदी के नाती के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, शीघ्र ही आरोपियो को गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा।