बांदा। देहात कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पचनेही निवासी हरी पुत्र मुसुवा ने मुख्यमंत्री को लिखे शिकायती पत्र में गुहार लगाई है कि दबंग उनकी जमीन पर कब्जा कर रहे हैं। मामले की शिकायत पर एसडीएम सदर ने जांच कराई थी तो गलत कब्जा पाते हुए निर्माण कार्य रुकवा दिया था। जिसके बाद दबंगों ने मंडलायुक्त को भ्रम में रखकर निर्माण कार्य कराने का आदेश प्राप्त कर लिया है। जिससे उनकी जमीन पर पुनः कब्जे के प्रयास शुरू हो गए हैं।
सीएम पोर्टल में भेजी गई शिकायत में उल्लेख किया गया है कि ग्राम पंचायत की गाटा संख्या 1161 में विजयकरन यादव के नाम 20 वर्ष पूर्व पट्टा किया गया था, जो गांव छोड़कर चला गया है और उसकी पट्टे की जमीन पर मकानों का निर्माण भी हो चुका है। पर गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा उसके नाम और वल्दियत एक होने का फायदा उठाकर अवैध निर्माण शुरू किया गया था। जिसकी शिकायत उनके द्वारा उप जिलाधिकारी व जिलाधिकारी बांदा से की गई थी। उप जिलाधिकारी ने मौके पर जाकर जांच की और अवैध कब्जा पाते हुए निर्माण कार्य तत्काल प्रभाव से रुकवा दिया था। हरी प्रसाद ने आरोप लगाते हुए कहा है कि दबंगों द्वारा मंडलायुक्त को भ्रम में रखकर अपने पक्ष में निर्माण कराने का आदेश करा लिया गया है, जो गलत है। हवाला दिया है कि जिस आवासीय पट्टे पर तीन वर्ष तक निर्माण कार्य नहीं होता, वह पट्टा स्वतः ही निरस्त हो जाता है। पीड़ितों ने पुनः जांच कराकर निर्माण कार्य रुकवाए जाने की गुहार लगाई है। उक्त मामले में उप जिलाधिकारी सदर ने कहा कि उनके द्वारा जांच में निर्माण अवैध पाया गया था। कब्जेदारों द्वारा मंडलायुक्त के माध्यम से निर्माण के आदेश प्राप्त किए गए हैं। शिकायतकर्ता चाहे तो पट्टा निरस्तीकरण के लिए आवेदन कर सकता है।
