फतेहपुर। जिलाधिकारी श्रुति की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में कृषि विभाग एवं उससे संबंधित विभागों में संचालित योजनाओं की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। उन्होंने कृषि विभाग, उद्यान विभाग, पशुपालन, मत्स्य एवं रेशम विभाग में केन्द्र व प्रदेश सरकार की संचालित योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की।
बैठक को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि शासन की मंशानुरूप किसानों की आय बढ़ाने के लिए कृषि विभाग, उद्यान विभाग, पशुपालन, मत्स्य विभाग के अधिकारी प्रगतिशील किसानों को चिन्हित करें और उन्हें प्रशिक्षण के लिए गैर प्रदेश व जनपद में भेजने की प्रक्रिया अमल में लायें। साथ ही किसानों को प्रशिक्षण प्राप्त कर अधिक आय के लिए खेती व पशुपालन आदि क्षेत्रों पर नई तकनीकी की जानकारी हो सके। उन्होंने कहा कि सभी विभाग अपने विभाग की योजनाओ से संबंधित प्रेजेंटेशन तैयार कर 15 दिवस के अंदर दिखाना सुनिश्चित करें। किसानों की आय बढ़ाने के लिए जो योजनाएं संचालित हैं उसका व्यापक प्रचार प्रसार किया जाये। उप कृषि निदेशक को निर्देशित किया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत जो दावे प्राप्त हुए हैं उसकी जांच करें। साथ ही पड़ोसी जनपद में किस प्रकार से क्लेम किया गया है कि उसकी रिपोर्ट से अवगत कराएं और ज्यादा से ज्यादा किसानों को प्राप्त दावे के सापेक्ष क्लेम दिलाकर लाभान्वित किया जाये। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खेत तालाब एवं निजी तालाब योजना के अंतर्गत-2021-22 एवं 2022-23 के लक्ष्य की रिपोर्ट प्रस्तुत करें। भूमि संरक्षण इकाई द्वारा खेत तालाब, चेक डैम बनाये गए हैं उसकी प्रगति की रिपोर्ट मयफोटो सहित उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। प्रधानमंत्री सूक्ष्म, खाद्य उन्नयन योजनांतर्गत लक्ष्य की पूर्ति के लिए अधिक से अधिक किसानों को जोड़ा जाए। शासन द्वारा गंगा क्षेत्र में जो प्राकृतिक खेती की जानी है उसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर किसानों को नेचुरल खेती के लिए जागरूक किया जाये। साथ ही सभी अनुमन्य सुविधाएं मुहैया करायी जाये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल, उप कृषि निदेशक राममिलन सिंह परिहार, जिला कृषि अधिकारी बृजेश सिंह, जिला उद्यान अधिकारी श्याम सिंह, सहायक निदेशक मत्स्य, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सहित संबंधित उपस्थित रहे।