शिमला, 01 जनवरी (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी प्रबोध सक्सेना को राज्य का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है। इस सम्बंध में शासन की ओर से शनिवार देर रात अधिसूचना जारी हुई है।
सक्सेना की यह नियुक्ति मुख्य सचिव रहे आरडी धीमान की सेवानिवृत्ति के बाद की गई है। धीमान शनिवार को सेवानिवृत्त हुए।
प्रबोध सक्सेना हिमाचल प्रदेश कैडर के 1990 बैच के आईएएस हैं। उनका जन्म वर्ष 1965 को उत्तर प्रदेश में हुआ। उनके पास प्रशासकीय सेवा का 32 वर्षों का लंबा अनुभव है। प्रबोध सक्सेना कई महत्वपूर्ण विभागों में अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं बतौर प्रमुख सचिव कार्य कर चुके हैं। मुख्य सचिव की नियुक्ति से पहले वह अतिरिक्त मुख्य सचिव (वित्त, योजना, आर्थिकी,स्टेटिक्स और बीस सूत्रीय कार्यक्रम) का जिम्मा सम्भाल रहे थे। उनके पास कार्मिक, पर्यावरण और साइंस एवं तकनीक का अतिरिक्त कार्यभार भी था। वह हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष भी थे।
प्रबोध सक्सेना ने कहा कि सरकार की योजनाओं को जमीन पर उतारना और राज्य का आर्थिक विकास मेरी प्राथमिकता होगी।
सुक्खू सरकार ने प्रबोध सक्सेना से अन्य वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों राम सुभग सिंह और संजय गुप्ता को भी मुख्य सचिव पद के बराबर की नियुक्तियां दी हैं। 1988 बैच के आईएएस अधिकारी संजय गुप्ता को मुख्य सचिव के बराबर के रैंक पर काम करते हुए रोपवे कॉरपोरेशन के एमडी और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष का कार्यभार संभालेंगे। इसी तरह 1987 बैच के आईएएस अधिकारी प्रधान सलाहकार प्रशासनिक सुधार राम सुभग सिंह अब मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार होंगे। वह विशेष मुख्य सचिव ऊर्जा और बिजली बोर्ड के अध्यक्ष का कार्यभार भी संभालेंगे। ये दोनों मुख्य सचिव के बजाय मुख्यमंत्री को रिपोर्ट करेंगे।
पांच सीनियर आईएएस अधिकारियों को सुपरसीड कर मुख्य सचिव बने सक्सेना
राज्य सरकार ने पांच सीनियर आईएएस अधिकारियों को सुपरसीड करते हुए प्रबोध सक्सेना को मुख्य सचिव बनाया है। दरअसल सिनियोरिटी में पहले स्थान पर 1987 बैच के आईएएस एवं पूर्व मुख्य सचिव राम सुभग सिंह हैं। दूसरे स्थान पर 1987 बैच की निशा सिंह हैं। तीसरे स्थान पर भारत सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में विशेष सचिव एवं 1988 बैच के अली रजा रिजवी हैं। सिनियोरिटी में 1988 बैच के संजय गुप्ता चौथे स्थान पर हैं। संजय गुप्ता के बाद 1989 बैच के के. संजय मूर्ति 5वें स्थान पर हैं।