- भू-माफियाओं पर चला प्रशासनिक चाबुक, उल्टी गिनती शुरू
- चकबिसौली मसले पर मो0 शाकिर के खिलाफ एफआईआर
- शेखपुर उनवा की 14 बीघे संक्रमणीय भूमिधरीं दर्ज जमीन फिर से उनवा तालाब के नाम से जानी जायेगी
- चंदीपुर तालाब प्रकरण में 67 के खिलाफ धारा 67 का मुकदमा
फतेहपुर। जिले में भू माफियाओं की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। जबरदस्त मीडिया ट्रायल के बाद अंत्वोगत्वा प्रशासन ने जांच कराना शुरु कर दिया है और बंजर जमीन पर अवैध कब्जा करने के आरोप में जमीनों के एक तिकड़मी कारोबारी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करा दिया गया है। प्रथम दृष्टया जहां 17 मामलो की जांच शुरू हो गई है, वहीं बहुचर्चित चंदी तालाब के 67 कब्जेदारों के खिलाफ राजस्व संहिता की धारा 67 के तहत मुकदमा भी होने की खबर है।
उल्लेखनीय है कि फतेहपुर में भू-माफियाओं के बडे खेल में कुछ प्रशासनिक अधिकारियों की संलिप्तता के चलते अकेले शहर क्षेत्र में सैकडों बीघे सरकारी जमीनो पर कब्जा करके बेच डाला गया है। इस खेल से जुडे तार कई नामचीन हस्तियों की गलियों से होते हुए सत्ता के गलियारे और फिर भू-माफियाओं की पेशेवर फितरत में कब गुम हो गए किसी को भनक तक नहीं पडी। इस जादूई खेल के हाईप्रोफाइल स्तर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि आधे से अधिक सरकारी तालाबों की पुराई कर कब प्लाटिंग हो गई और कालोनियां बन गई जिम्मेदारों को पता ही नहीं चला।
सबसे बडी बात तो यह है कि आपातकालीन हवाई अड्डे की सैकडों बीघे जमीन तत्कालीन एसडीएम उदय राज के हस्ताक्षर से कब पार हो गई इसकी किसी को भनक तक नहीं लग पाई।
प्रशासन के जिम्मेदारों की अत्यंत संदिग्ध भूमिका और भू-माफियाओं के हाई प्रोफाइल तिलिस्म पर कुछ हद तक अंकुश लगाने में मीडिया ट्रायल सफल रहा है। बावजूद इसके कुछ जिम्मेदार अभी भी अपनी टेबल पर कार्यवाही से सम्बंधित पत्रावलियो को जिस तरह रोक कर बेदम करने की जुगत में लगे हैं, वह योगी सरकार में भी नौकर शाही के प्रभाव का जीता जागता उदाहरण है। फिर भी लोकतन्त्र के चैथे स्तंभ के अथक प्रयासों के चलते कार्यवाहियों का दौर चल पड़ा है। जो अवैध कब्जेदारों खासकर भू-माफियाओं के लिए कहीं से भी अच्छे संकेत नहीं कहे जा सकते हैं।
सूत्रों की मानें तो जबरदस्त मीडिया ट्रायल के चलते प्रशासन ने सरकारी जमीनों खासकर सरकारी तालाबों से सम्बंधित दस्तावेज सहेजना शुरु कर दिया है। राजस्व कर्मियों की टीम को इसके लिए खासतौर पर लगाया गया हैं। इसके परिणाम भी सामने आने शुरु हो गए हैं। सदर तहसील के ग्राम चक-बिसौली में गाटा संख्या 271 क्षेत्रफल 0.0400 हे0 बंजर श्रेणी की भूमि पर कई वर्ष पहले बलात कब्जा करके निर्माण कराने वाले शहर क्षेत्र के मसवानी मोहल्ला निवासी जमीनो के तिकडमबाज कारोबारी मो0 शाकिर पुत्र स्व0 हाजी सलामत उल्ला के खिलाफ क्षेत्रीय लेखपाल ने कोतवाली में धारा 447, 448, सार्वजनिक सम्पत्ति नुकसान निवारणअधि. की धारा 03 व 04 के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज कराया है।
एक अन्य जानकारी के अनुसार हाल में सदर तहसील के ग्राम शेखपुर उनवा की गाटा संख्या 60 के सम्बंध में अभिलेखीय जांच पूरी करके राजस्व कर्मियों ने रिपोर्ट सक्षम अधिकारी को सौंप दी है। जिसमें बताया गया है कि उपरोक्त की खतौनी 1426-1431 फसली की खतौनी खाता संख्या 111 गाटा संख्या 60 क्षेत्रफल 2.1090 हे0 खातेदार राजेन्द्र प्रसाद पुत्र लक्ष्मी नारायण निवासी मसवानी व मनोज पुत्र पुरुषोत्तम दास, मीरा पत्नी धनंजय कुमार, प्रीतू व करन पुत्रगण सुभाष चंद्र व महेन्द्र कुमार पुत्र राधे श्याम, राजेश कुमार, राज कुमार, शैलेन्द्र व दीप चन्द्र पुत्रगण वेद प्रकाश, नगीना देवी पत्नी डा. रमेश चंद्र, अतीश कुमार व संदीप कुमार पुत्रगण सुशील कुमार निवासीगण महादेवन टोला, श्रीमती शशि देवी पत्नी स्व. सुशील कुमार, राजेन्द्र प्रसाद रस्तोगी पुत्र लक्ष्मी नारायण निवासी 84, महादेवन टोला, श्रीमती अनीता देवी पत्नी दीप कुमार नि. चौक, फतेहपुर के नाम संक्रमणीय भूमिधर अंकित है।
जोत चकबंदी आकार पत्र 41 में नई गाटा संख्या 60 क्षेत्रफल 13-10-0 की पुरानी गाटा संख्या 521/1 क्षेत्रफल 0-4-0, 521/2 क्षेत्रफल 0-3-0, 521/3 क्षेत्रफल 2-0-0, 521/4 क्षेत्रफल 6-0-0, 557 क्षेत्रफल 0-4-0, 553 क्षेत्रफल 0-3-0, 571 क्षेत्रफल 0-2-0, 572 क्षेत्रफल 0-2-0, 573 क्षेत्रफल 0-2-0, 574/6 क्षेत्रफल 0-16-0, 574/8 क्षेत्रफल 0-15-0, 574/7 क्षेत्रफल 0-1-0, 574/1 क्षेत्रफल 0-2-0, 574/8 क्षेत्रफल 0-1-0, 574/1 क्षेत्रफल 0-2-10, 575/1 क्षेत्रफल 0-5-0, 575/2 क्षेत्रफल 0-3-0, 574/3 क्षेत्रफल 0-4-0, 574/2 क्षेत्रफल 1-10-0, 574/4 क्षेत्रफल 0-4-0 है। रिपोर्ट में बताया गया है कि उपरोक्त उल्लेख आकार पत्र 45 की खाता संख्या 83 खातेदार लक्ष्मी नारायण पुत्र सीताराम नि0 मो0 मसवानी की गाटा संख्या 60क क्षेत्रफल 0-8-0 व 60ख क्षेत्रफल 12-12-10 के नाम अंकित है। बताया गया कि 1359 फसली के गाटा संख्या 521 क्षेत्रफल 8-16-0 तालाब अंकित है। वर्तमान नई गाटा संख्या 60 में पुरानी गाटा संख्या 521/1 क्षेत्रफल 0-4-0, 521/2 क्षेत्रफल 0-3-0, 521/3 क्षेत्रफल 2-0-0, 521/4 क्षेत्रफल 6-0-0 तालाब सम्मिलित हैं, जो 1359 फसली में स्पष्ट रूप से तालाब अंकित है।
इस रिपोर्ट में राजस्व कर्मियों ने शेखपुर उनवा की खतौनी सन 1426-1431फ0 की खतौनी खाता संख्या 111 की गाटा संख्या 60 क्षेत्रफल 2.1090 हे0 से सन 1359 फसली के अनुसार 1.3512 हे0 (8-7-0) तालाब दर्ज करते हुए खातेदार राजेन्द्र प्रसाद पुत्र लक्ष्मी नारायण नि0 मसवानी, फतेहपुर, मनोज कुमार पुत्र पुरुषोत्तम दास, मीरा पत्नी धनंजय कुमार, प्रीतू व करण पुत्रगण सुभाष चन्द्र, महेन्द्र कुमार पुत्र राधे श्याम, राजेश कुमार, राज कुमार, शैलेन्द्र व दीपचंद्र पुत्रगण वेद प्रकाश, नगीना देवी पत्नी डाॅ0 रमेश चंद्र, अतीश कुमार व संदीप कुमार पुत्रगण सुशील कुमार निवासीगण महादेवन टोला, श्रीमती शशि देवी पत्नी स्व0 सुशील कुमार, राजेंद्र प्रसाद रस्तोगी पुत्र लक्ष्मी नारायण निवासी 84 महादेवन टोला, श्रीमती अनीता देवी पत्नी दीप कुमार नि0 चौक, फतेहपुर का नाम निरस्त कर पूर्ववत् तालाब के खाते में भूमि अंकित करने की आख्या दी है।
बताते चलें कि शहर में थोक के भाव अवैध कब्जों को लेकर प्रशासन की हो रही फजीहत के बाद इस रिपोर्ट को प्राथमिक कार्यवाही की शुरुआत मानी जा रही है! यह अलग बात है कि यह अभियान कहां तक पहुंचता है, यह तो समय के गर्भ में है, किन्तु संशय पूर्ण स्थिति बरकरार हैं। एक अन्य जानकारी के अनुसार बहुचर्चित चंदी तालाब के 67 कब्जेदारों के खिलाफ राजस्व संहिता की धारा 67 के तहत मुकदमा हो गया है। सूत्र बताते हैं कि इस प्रकरण की पत्रावली पर आगे की कार्यवाही फिलहाल लंबित हैं।