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9 दिन में एक घर से 3 बेटियां गायब:मां बोली- 2 बेटियां नाबालिग, वो उन्हें मार देंगे

21 दिसंबर 2022, मैनपुरी का रम्पुरा गांव। सुबह 7 बजे शमशाद अली घर में अपनी 14 साल की बेटी मंथरा को आवाज लगाते हैं। मंथरा कोई जवाब नहीं देती। पिता अपने बेटे सलमान से मंथरा को बुलाने के लिए कहते हैं। सलमान मंथरा को पूरे घर में ढूंढता है। मंथरा कहीं नहीं होती। फिर मंथरा को पूरे गांव में ढूंढा जाता है। वो कहीं नहीं मिलती। दरअसल, मंथरा गायब हो चुकी थी।

शमशाद पुलिस के पास जाकर रिपोर्ट दर्ज कराते हैं। पुलिस कहती है ढूंढेंगे। 8 दिन बीत जाते हैं। शमशाद अपने स्तर पर बेटी को ढूंढना जारी रखते हैं। उन्हें पता चलता है कि बेटी पंजाब के मुक्तसर ले जाई गई है। 30 दिसंबर को वो अपने कुछ लोगों के साथ पंजाब के लिए निकलते हैं। घर से अलीगढ़ तक पहुंचते हैं, तो घर से बेटे का कॉल आता है वो कहता है, पापा 2 और बहनें किडनैप हो गई हैं। ये सुनते ही पिता के होश उड़ जाते हैं।

इस तरह 9 दिन के भीतर शमशाद की 3 बेटियां गायब हो गईं। इसके बाद 26 जनवरी 2023 को मैनपुरी के भोगांव की 2 और नाबालिग लड़कियां गायब हो गईं। इन वारदातों के बाद हम मैनपुरी पहुंचे। रम्पुरा जाकर शमशाद से बेटियों के गायब होने से लेकर अब तक की पूरी कहानी जानी। मामले को लीड कर रहे पुलिस ऑफिसर जे.एस. शुक्ला से बात की। जाना कि पहले मामले के डेढ़ महीने बाद भी वो अपराधियों तक क्यों नहीं पहुंच पाए।

दूसरी वारदात के बाद पुलिस के 3 नंबरों पर कॉल किया
शमशाद बताते हैं, 30 दिसंबर को जब मुझे पता चला कि मेरी 2 और बेटियां गायब हो गई हैं, तो मैंने पुलिस के 1912, 1076, 1090 नंबरों पर कॉल किया। कहीं से कोई रिस्पॉन्स नहीं आया। उस वक्त अगर पुलिस एक्टिव हो जाती तो हो सकता था मेरी बेटियां किडनैप होने से बच जातीं। फिर मैं वापस आकर थाने गया और दूसरी FIR दर्ज कराई।

एक बेटी 22, दूसरी 16 और सबसे छोटी 14 साल की है
शमशाद ने कहा, “हम गरीब हैं रहने को पक्का घर तक नहीं है। लेकिन फिर भी हमने अपनी बेटियों को प्यार से पाला है। वो घर की रौनक थीं। उनकी वजह से घर में चहल-पहल रहती थी। अब घर में मातम सा पसरा रहता है। पिछले 1 महीने से बेटियों की मां रो-रो कर बेसुध हो चुकी है। फफकते हुए शमशाद ने कहा, “वो हमारी बेटियों को मार डालेंगे। उनके अंग निकाल लेंगे। मेरी बड़ी बेटी निशा 22, मुस्कान 16 और मंथरा 14 साल की थी।

“पंजाब के 17 साल के लड़के ने किया है किडनैप”
शमशाद ने आगे कहा, “मेरे घर के सामने राकेश रहते हैं। 4 नवंबर को राकेश की बेटी की शादी थी। शादी में राकेश के कुछ रिश्तेदारों के साथ उनके दोस्त भी आए थे। एक लड़का पंजाब से आया था। वो यहां करीब 15 दिन रुका। उस समय तो हमने ध्यान नहीं दिया लेकिन बाद में समझ आया कि वो मेरी बेटियों के पीछे पड़ा था। हमारी बेटियों की किडनैपिंग उसी ने करवाई है। वो किसी बड़े गिरोह का मेंबर भी हो सकता है।”

 

पंजाब पुलिस ने कहा- अपने साथ यूपी पुलिस लेकर आइए
पड़ोसी के रिश्तेदारों की मदद से हमने उस लड़के की जानकारी निकाली तो पता चला वो लड़का पंजाब के मुक्तसर का रहने वाला है। हमें उस लड़के के पिता का नंबर भी मिल गया था। यूपी पुलिस तो मामले पर ध्यान ही नहीं दे रही थी। हम 3-4 लोग गाड़ी बुक करके पंजाब के लिए निकले। पंजाब पुलिस से सारी बात बताई तो उन्होंने कहा, “आपको अपने राज्य की पुलिस के साथ आना चाहिए। हम आपकी मदद नहीं कर सकते।”

राष्ट्रपति, मुख्यमंत्री और SSP को फैक्स से की शिकायत
जब हमारे पास कोई रास्ता नहीं बचा तो हमने मैनपुरी जाकर SSP विनोद कुमार से मदद की गुहार लगाई। राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री के नाम भी अपनी शिकायत को फैक्स करवाया। SSP विनोद कुमार ने हमें पूरी मदद देने का आश्वासन दिया और कहा जल्द से जल्द आपकी बेटियां आपके पास होंंगी। इन अपराधियों को पकड़ने के लिए हम स्पेशल टीम बनाएंगे।

किडनैपर को कॉल किया तो पीछे से मंथरा की आवाज आई
शमशाद ने कहा, “9 जनवरी को कुर्रा थाना SO जे.एस. शुक्ला के सामने हमने किडनैपर के पिता को कॉल किया। उसने फोन उठाया तो पीछे से मेरी बेटी मंथरा की आवाज आई। हमने उससे बात करवाने के लिए कहा। तो बेटी ने डरी हुई आवाज में कहा पापा अब मैं वापस नहीं आ पाउंगी। 10 जनवरी को हम पुलिस के साथ पंजाब के लिए निकले। पुलिस ने उस मोबाइल की लोकेशन ट्रैक की। जब हम वहां पहुंचे तो घर पर ताला लटका हुआ था।

पुलिस के आने-जाने का पूरा खर्च भी मैंने ही उठाया। हमें फिर खाली हाथ वापस आना पड़ा। मेरी बेटियां किन हालातों में हैं। वो एक दूसरे का साथ भी हैं या नहीं। कुछ नहीं पता। अभी जिस 14 साल की बेटी मंथरा से बात हुई थी वो सबसे पहले गायब हुई थी। बाकी 2 बेटियों की कोई जानकारी नहीं है।

क्या मंथरा भी अपनी दो बड़ी बहनों के गायब होने की बात जानती है? हमें इस बात पर भी संदेह है। हो सकता है उसे भी इस बात की जानकारी न हो। फोन पर वो उसे पीछे से डरा रहे थे और अपने मन मुताबिक बुलवा रहे थे। ये किस तरह का गिरोह है, क्या चाहता है, हम कुछ नहीं जानते। बस अब पुलिस के भरोसे ही बैठे हैं। हमें हमारी बेटियां वापस चाहिए।

25 जनवरी को मैनपुरी से 2 और नाबालिग लड़कियां गायब
शमशाद ने कहा, “25 जनवरी को हमें जानकारी मिली कि हमारे गांव से 35 किमी दूर मैनपुरी के ही भोगांव से 2 और नाबालिग लड़कियां गायब हो गई हैं। लड़कियों के भाई ने थाने में अपनी एक 16 साल की और एक 13 साल की बहनों के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है। काफी तलाश के बाद भी उन लड़कियों का पता नहीं चल पाया है। इस घटना के बाद से हम और भी ज्यादा डरे हुए हैं।

डेढ़ महीने से सोया नहीं, आंख बंद करते ही बहनें दिखती हैं
पिछले डेढ़ महीने से दिन-रात अपनी तीन छोटी बहनों की तलाश कर रहे सलमान ने कहा, “मेरे लिए मेरी बहनें ही सब कुछ थीं। मैं कितनी रातों से सोया नहीं। जब भी सोने की कोशिश करता हूं अचानक नींद खुल जाती है। मैं उठकर बैठ जाता हूं। मन में ख्याल आते हैं कि ना जाने मेरी बहनें किन हालातों में होंगी। वो जिंदा होंगी भी या नहीं। कहीं उनके शरीर के अंगों को बेच तो नहीं देंगे।

बैठी-बैठी बेहोशी की हालत में चली जाती है मां, आंसू रुकते नहीं
हमने लड़कियों की मां से भी बात करने की कोशिश की लेकिन वो ज्यादा बात नहीं कर पाईं बस रोती रहीं। बोली- हम अपनी बड़ी बेटी की शादी के लिए लड़के देख रहे थे। हमें एहसास भी नहीं था कि हमारे साथ कुछ ऐसा भी हो जाएगा। मैं अपनी बेटियों के बिना मर जाउंगी। वो उन्हें तड़पा रहे होंगे, मार डालेंगे। इतने दिन हो गए पुलिस भी कुछ नहीं कर पा रही है। किसी अमीर के साथ ऐसा हुआ होता तो उसे तुरंत न्याय मिल जाता।

SSP ने कहा- हम अपराधियों के करीब, लड़कियां जल्द वापस आएंगी
मैनपुरी SSP विनोद कुमार ने कहा. अब तक मैनपुरी से 5 लड़कियां लापता हुई हैं। मामला बेहद गंभीर है। हमने कुर्रा और भोगांव थाने की पुलिस को जल्द से जल्द सभी लड़कियों की बरामदगी के निर्देश दिए हैं। पुलिस अपराधियों तक पहुंचने की पूरी कोशिश में लगी हुई है। हम 2-3 दिन के अंदर उन्हें पकड़ लेंगे। रम्पुरा की एक लड़की की लोकेशन पंजाब में मिली है। पहले भी पुलिस वहां गई थी। अब पुलिस की एक स्पेशल टीम को वहां भेजा गया है।

SSP विनोद कुमार ने जनवरी के महीने में ही मैनपुरी कप्तान के रूप में कमान संभाली थी।
SSP विनोद कुमार ने जनवरी के महीने में ही मैनपुरी कप्तान के रूप में कमान संभाली थी।

“अपराधियों को पकड़ने के लिए सर्विलांस और स्वाट टीमों को भी तैनात किया गया है। कुर्रा और भोगांव की लड़कियों को जल्द से जल्द पकड़ लिया जाएगा। अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। उनके पूरे गिरोह को पकड़ा जाएगा।” हमने पुलिस से मामले में इतना वक्त लग जाने के पीछे का कारण पूछा तो पुलिस के पास कोई ठोस जवाब नहीं था। उन्होंने बस इतना कहा हम लगातार प्रयास कर रहे थे। अब अपराधियों के बहुत करीब पहुंच गए हैं। उन्हें जल्द पकड़ लेंगे।